श्री राम झरोखा कैलाशधाम
1945 में हुई रामझरोखा कैलाश धाम की स्थापना, आज भी उद्देश्य के अनुरूप हो रहे सुकार्य गंगाहर में सुजानदेसर स्थित बाबा रामदेव मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग में पूर्व रामझरोखा कैलाशधाम आस्था और तप का प्रतीक बना हुआ है। पटन पूर्व पटन हल श्री विप्रारामजी गुरु महाराज ने 1945 में हल धाम की स्थापना की 78 वर्ष पूर्व गोसेवा, धार्मिक आयोजन व तपोस्थली के रूप में हम धाम की स्थापना करना वर्तमान में श्री द्वारिक द्वारित हो रहा है।
2005 में श्री विप्रादाम गुरु महाराज के बुझलीन होने के बाद पुनर्नीय श्री गुरु महाराज श्रीओं 1008 महंत श्री रामदासर्जी महाराओं जी महाराज ने ! फरवरी 2005 में यहाँ संभाली महंत श्री रामदासर्जी महाराओं ने श्री धाम के उद्देश्य को बढ़कतर ढराते हुए गोसेवा, पञ्चसंस्मद कन्या विवाह, हल दोना, यज्ञ एवं भंडारे जैसे धार्मिक आयोजन की निष्कलता रखी।
